अंजना ओम कश्यप के शो में जाति की राजनीति पर जोरदार बहस EXCLUSIVE राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अलवर में प्रचार करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा बजरंगबली पर दिए गए बयान पर विवाद हो गया है। एक ओर जहां विपक्ष ने इसे वोट पाने का रणनीति बताया है, वहीं दूसरी ओर एक्सपर्ट का कहना है कि पुराने समय में लोग जातियों में नहीं बंटे थे। हनुमान जी दलित थे, राम जी क्षत्रिय थे, कृष्ण जी पिछड़ी जाति (ग्वाला) थे और रावण ब्राह्मण था । इस हिसाब से तो योगी जी के इष्ट और पूजनीय ”रावण” होना चाहिए ।
Bharatiya Janata Party’s saffron mascot Yogi Adityanath dragged the “caste” of Lord Hanuman into the poll slugfest in Rajasthan to seek Dalit votes on Wednesday. Hanuman was a tribal, a forest dweller and was deprived. Bajrang Bali worked to connect all Indian communities together, from north to south and east to west. This was his resolve as it was Lord Ram’s wish. Just like him, we should also not rest till we fulfil that wish,” Adityanath said during a poll rally in Malpura constituency.