महाबहस में आज बात राजस्थान में महाटक्कर की..राजस्थान का चुनाव वैसे तो कई मायनों में अहम है…ये चुनाव आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए किसी भी पार्टी के लिए संजीवनी साबित होगा….बीजेपी जहां इस चुनाव को नाक की लड़ाई मान कर लड़ रही है….वहीं कांग्रेस खोई हुई पहचान राजस्थान में वापस लाना की कोशिश में है…लेकिन राजस्थान की रेत पर रोज चुनाव की नई तस्वीर उकर आती है…..कहा जाता है कि सियासत में दोस्ती की गुजाइंश रखी जाती है…और देखा भी गया है कि पार्टी के सूरमाओं के सामने विरोधी हल्का कद के दावेदारों का मैदान में उतारती है…लेकिन राजस्थान की रणभूमि में इसबार ऐसा नहीं है…आर-पार की इस जंग में बीजेपी और कांग्रेस ने सूरमाओं के सामने सूरमाओं को ही मैदान में उतारा है…